कद्रदान मुझे बहुत मिले,
जिंदगी के हर मोड़ पर.
जिस का मुझे इंतज़ार है,
उसका आना अभी बाकी है.
चेहरे तो कई मुस्कुराए,
जवानी की दहलीज़ पर.
जिसे देखना चाहता हूँ,
उसका दीदार अभी बाकी है.
यूँ तो रातों में कई ख्वाब
देखे हैं मैंने.
जो सच हो जाए,
वो ख्वाब अभी बाकी है.
नशा तो रहता है
हर खूबसूरत शाम में.
जिस नशे की ज़रूरत है,
वो जाम अभी बाकी है.
बहारें तो देती हैं
राहत हर दिल को.
जिस के लिए दिल बेकरार है मेरा,
वो बहार अभी बाकी है.
रहते हैं सभी बेचैन
इस जहाँ में.
जिसे देख के दिल को सुकून मिले,
उस हमसफ़र की तलाश अभी बाकी है.
जिंदगी के हर मोड़ पर.
जिस का मुझे इंतज़ार है,
उसका आना अभी बाकी है.
चेहरे तो कई मुस्कुराए,
जवानी की दहलीज़ पर.
जिसे देखना चाहता हूँ,
उसका दीदार अभी बाकी है.
यूँ तो रातों में कई ख्वाब
देखे हैं मैंने.
जो सच हो जाए,
वो ख्वाब अभी बाकी है.
नशा तो रहता है
हर खूबसूरत शाम में.
जिस नशे की ज़रूरत है,
वो जाम अभी बाकी है.
बहारें तो देती हैं
राहत हर दिल को.
जिस के लिए दिल बेकरार है मेरा,
वो बहार अभी बाकी है.
रहते हैं सभी बेचैन
इस जहाँ में.
जिसे देख के दिल को सुकून मिले,
उस हमसफ़र की तलाश अभी बाकी है.
wooooo asusual psted by ankit rathod so it has 2 b 2gud no doubt n dat...rte?wel fab wrk...n i toh vnt u 2 write evryday ne poem...lol...n milegai waqt par mil jayegi....sabar ka fal meetha hota hai...u jus hv 2 wati 4 d rtre tme n 4 d rte grl...so wait..keep it up..hpe u gt sumne soon...all my bst wishes are vith u...
ReplyDelete@ shruti -
ReplyDeletethanks for d comment.... n btw its nt necessary dat u hav to praise me for evry post.... if u dnt like, u can giv ur criticism too.... i'll like it too.... btw poetry isn't a piece of cake..... one can't write a poem in jus one day..... it takes time.... n btw i'm in no hurry..... evrything happens at the right time..... :)
Mujhe hindi kavitaaon se behad lagav hai , Ek behtereen peshkash ! :-)
ReplyDeleteLoved the rythm and flow :-)
@ fallen angel -
ReplyDeletethanks a lot..... :)
dude wats this
ReplyDeleteis this ur creativity or just kahi se copy kiya hai?..
[ posted on Facebook on July 19 2009 at 3:21pm ]
@ aakash -
ReplyDeleteman.... dis is MY creation.... nt a copy-paste stuff.....
hey great man
ReplyDelete[ posted on Facebook on July 19 2009 at 7:33pm ]
@ vishal -
ReplyDeletethanks man :)
Depth is getting more deeper with each of your new poem. Keep the great work going :)
ReplyDelete@ rashmi -
ReplyDeletewell... dis was a really big compliment.... thanks a lot :)
i kinda agree wid wht raashi said. seems as if deeply in love wid sum1. n u seem to be a 'one woman man' who is waiting fr one n onli luv. :P
ReplyDelete@ trishala -
ReplyDeletethanks a lot :)
n no comments....